UPSC LT Grade TGT PGT quiz प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले मेरे प्यारे मित्रों आज के समय में सरकारी नौकरी पाना बहुत ही कठिन कार्य हो गया है और इसके लिए आपको बहुत ही कड़ी मेहनत करनी होगी और वह भी समुचित दृष्टिकोण के साथ जिससे कि आप अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकें और आपके इस कठिन परिश्रम की हम भी सराहना करते हैं और हमारा भी यही कोशिश रहती है की सभी प्रतियोगी छात्रों को हम competition exam से संबंधित विभिन्न प्रकार के नोट्स और पीडीएफ उपलब्ध कराते रहें
आज https://rojgardhamaka.com आप सभी छात्रों के लिए प्राचीन भारत का इतिहास से संबंधित 30 क्वेश्चन वह भी पूर्ण विस्तृत रूप से quiz के रूप में लेकर आया है जिससे SSC UPSSSC Lekhpal UPSC LT Grade TGT PGT and Super Tet की तैयारी कर रहे उन सभी छात्रों के लिए quiz बहुत ही लाभदायक होगा
history of ancient India
wow… You are very Well, You Passed oh ! Fail …..Try again now and it will be better HD Quiz powered by harmonic design विशाखदत द्वारा रचित मुद्राराक्षस संस्कृत भाषा का नाटक है , | जिसकी रचना चौथी शती के उत्तरार्ध एवं पांचवीं शती के पूर्वार्द्ध में की गई थी । इसे हिन्दी में अनूदित करने का श्रेय भारतेंदु हरिश्चंद्र को प्राप्त है । इस ग्रंथ से चंद्रगुप्त मौर्य के विषय में विस्तृत सूचना प्राप्त होती है । नाटक में चंद्रगुप्त को वृषल तथा कुलहीन कहा गया है । धुंडिराज ने मुद्राराक्षस पर टीका लिखी थी ऋषिपतन ( सारनाथ ) में उन्होंने अपना प्रथम उपदेश दिया जिसे ‘ धर्मचक्रप्रवर्तन ‘ की संज्ञा दी गई । महाभारत में वर्णित कुरुक्षेत्र का युद्ध कौरवों और पाण्डवों के मध्य हस्तिनापुर साम्राज्य के सिंहासन की प्राप्ति के लिए लड़ा गया था । यह युद्ध 18 दिन तक लड़ा गया था । जैन परंपरा के अनुसार , जैन धर्म में कुल 24 तीर्थकर हुए । जैन धर्म के मूल संस्थापक या प्रवर्तक प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव या आदिनाथ माने जाते हैं । 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे तथा महावीर स्वामी जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर थे जिन्होंने छठीं शताब्दी ई.पू. के जैन आंदोलन का प्रवर्तन किया अहमदाबाद जिले ( गुजरात ) के सरागवाला ग्राम से 80 किमी दक्षिण में भोगवा नदी के तट पर स्थित लोथल की सर्वप्रथम खोज डॉ . एस . आर राव ने वर्ष 1954 में की थी । कलिंग युद्ध तथा उसके परिणामों के विषय में अशोक के तेरहवें शिलालेख से विस्तृत सूचना प्राप्त होती है । अशोक ने अपने राज्याभिषेक आठ वर्ष बाद ( 261 ई.पू. ) में कलिंग पर आक्रमण किया । विजयोपरांत कलिंग में दो अधीनस्थ प्रशासनिक केंद्र स्थापित किए -1 उत्तरी केंद्र ( राजधानी – तोसली ) तथा 2. दक्षिणी केंद्र ( राजधानी – जौगढ़ ) । ऋग्वेद में निहित गायत्री मंत्र सावित्री देवता या सूर्य देवता को समर्पित है । ऋग्वेद के तीसरे मंडल में गायत्री मंत्र का वर्णन है , जिसे विश्वामित्र द्वारा रचित माना जाता है । हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार , वाराणसी ( काशी ) विश्व का प्राचीनतम शहर है । बुद्ध काल में वाराणसी , काशी राज्य की राजधानी थी । उपवेद मुख्यतः चार है- आयुर्वेद , गंधर्ववेद शिल्पवेद या स्थापत्यवेद और शस्त्रशास्त्रवेद या धनुर्वेद । आयुर्वेद चिकित्सा से गंधर्ववेद नृत्य संगीत से , शिल्पवेद भवन निर्माण से तथा शस्त्रशास्त्रवेद युद्ध की शैलियों से संबंधित है । वेदों के गद्य प्रकरण ब्राह्मण कहलाते हैं । ऋग्वेद के ब्राह्मण ग्रंथ ऐतरेय व कौषीतिकी , यजुर्वेद के शतपथ व तैत्तिरीय , सामवेद का पंचविश व अथर्ववेद का गोपथ है । मोहनजोदड़ो सिंधु सभ्यता का एक केंद्रीय नगर था , जिसकी खोज राखालदास बनर्जी ने वर्ष 1922 में की थी । मोहनजोदड़ो का शाब्दिक अर्थ मृतकों का टीला ( Mount of the dead ) है । यह पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के तट पर स्थित है । प्रसिद्ध बौद्ध स्थल बोध गया निरंजना नदी के किनारे स्थित है । बोध गया में ही गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और इसके पश्चात यह बुद्ध के नाम से प्रसिद्ध हुए । तभी से यह स्थल बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण । वर्ष 2002 में यूनेस्को द्वारा इस शहर को विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया । जैन धर्म के त्रिरत्न है – सही विश्वास ( सम्यक दर्शन ) , सही ज्ञान ( सम्यक ज्ञान ) और सही आचरण ( सम्यक् आचरण ) । जैन धर्म में सत् या यथार्थ में विश्वास को सम्यक् दर्शन वास्तविक ज्ञान को सम्यक् ज्ञान तथा सुख – दुःख में समभाव को ही सम्यक् आचरण कहा गया है । जैन धर्म में कैवल्य की प्राप्ति जीव का अंतिम लक्ष्य है गौतम बुद्ध को बोध गया ( वर्तमान में महाबोधि मंदिर समूह ) में ज्ञान प्राप्त हुआ था । नोट इस ज्ञान का प्रवर्तन ( प्रचार का आरंभ – धर्म चक्रप्रवर्तन ) उन्होंने ऋषिपत्तन , सारनाथ वाराणसी से किया था विकल्प में सारनाथ न होने के कारण महाबोधि को उत्तर के रूप में चयन किया जा सकता है । नागार्जुन एक बौद्ध दार्शनिक थे । वे कुषाण शासक कनिष्क के समकालीन थे । उन्होंने प्रज्ञापारमिता सूत्र की रचना की , जिसमें शून्यवाद ( सापेक्षवाद ) का प्रतिपादन किया गया है । वे माध्यमिक दर्शन के प्रमुख आचार्य थे । शतपथ ब्राह्मण और तैत्तिरीय ब्राह्मण यजुर्वेद के ब्राह्मण मूलपाठ हैं । शुक्ल यजुर्वेद के रचयिता वाजसनेय याज्ञवल्क्य माने जाते हैं । ( b ) बुद्ध हड़प्पा काल का धौलावीरा नगर तीन भागों में विभाजित था । यह गुजरात राज्य के कच्छ जिले में स्थित है । इसे स्थानीय रूप से कोटदा टिम्बा के नाम से भी जाना जाता है । संघवकालीन अर्थव्यवस्था सिंचित कृषि अधिशेष , पशुपालन , दस्तकारी तथा आंतरिक और विदेश व्यापार पर आधारित थी । यहां से प्राप्त वनस्पति अवशेष के आधार पर कहा जा सकता है कि यहां के लोग गेहूं , जौ , ज्वार , बाजरा , चावल की खेती करते थे । सर्वप्रथम कपास का उत्पादन भी सिंधु सभ्यता के लोगों ने ही किया था । यूनानी इसे ‘ सिंडोन ‘ कहते हैं , क्योंकि इसकी उत्पत्ति सिंधु से हुई थी । मेगस्थनीज मूलतः ग्रीस ( यूनान ) का निवासी था , जो सेल्यूकस निकेटर का राजदूत था । मेगस्थनीज सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के समय में भारत आया । मेगस्थनीज की प्रसिद्ध पुस्तक का नाम प्रसिद्ध ग्रंथ इंडिका है ऋग्वेद में सबसे प्रतापी देवता इंद्र हैं , जिन्हें पुरंदर अर्थात किले को तोड़ने वाला कहा गया है । इंद्र आर्यों के युद्ध नेता के रूप में चित्रित है , जिसने असुरों से लड़ने में आर्य सैनिकों का नेतृत्व किया और उन्हें विजय दिलाई । ऋग्वेद में इंद्र पर 250 सूक्त हैं । वह बादल के देवता माने गए हैं , जो वर्षा करते हैं । पाली में बौद्ध ग्रंथों को आमतौर पर त्रिपिटक या थ्रीफोल्ड बॉस्केट कहा जाता है , जिसमें शामिल हैं . सुत्त पिटक , विनय पिटक तथा अभिधम्म पिटका त्रिपिटक बौद्ध धर्म के मुख्य ग्रंथ है इनकी मुख्य भाषा पाती है । रामायण में माण्डवी भरत की पत्नी थीं , जबकि सीता भगवान राम की , उर्मिला लक्ष्मण की तथा श्रुतकीर्ति शत्रुघ्न की पत्नी थीं । ‘ महाजनी प्रथा का सर्वप्रथम उल्लेख शतपथ ब्राह्मण ग्रंथ में हुआ है । इसमें सूदखोर को कुसीदिन ‘ कहा गया है गाय के दूध , दही , घी , मूत्र और गोबर से निर्मित पदार्थ ‘ पंचगव्य ‘ कहलाता है । आयुर्वेद में इसे औषधि की मान्यता प्राप्त है तुलसी ‘ पंचगव्य ‘ का हिस्सा नहीं है । जीवक प्राचीन भारत के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य थे । ये गौतम बुद्ध के निजी चिकित्सक तथा बिंबिसार के चिकित्सक भी थे । बिबिसार मगध का राजा था तथा अजातशत्रु बिंबिसार का पुत्र था । प्राचीनतम वेद ऋग्वेद है । अन्य तीन वेद यजुर्वेद , सामवेद अथर्ववेद हैं । ऋग्वेद में यज्ञ में देवताओं का आह्वान करने के लिए मंत्र हैं । यह सनातन धर्म का आरंभिक स्रोत है । इसके संख्या 1028 तथा मंत्रों की संख्या 10552 है , जिसमें देवताओं स्तुति की गई है । इसमें 10 मंडल है । जैन धर्म के अनुसार , मनुष्य जीवन का चरम लक्ष्य कैवल्य को प्राप्ति है । उपर्युक्त विकल्पों में कैवल्य का साम्य इच्छाओं पर विजय प्राप्त करने से स्थापित किया जा सकता है , क्योंकि इच्छाओं पर विजय प्राप्ति के बिना कैवल्य संभव नहीं है । सिंधु सभ्यता में घोड़े की अस्थियों के अवशेष सुरकोटदा ( गुजरात में स्थित पुरातात्विक स्थल ) से मिले हैं । रानाघुडई से घोड़े के दांत तथा लोथल एवं मोहनजोदड़ो से घोड़े की मृण्मूर्तियां मिली है । महात्मा बुद्ध को मल्ल गणराज्य की राजधानी कुशीनारा ( कुशीनगर ) में 483 ई.पू. में परिनिर्वाण प्राप्त हुआ था । बौद्ध ग्रंथों में इसे महापरिनिर्वाण ‘ कहा जाता है । बोध गया ( उरुवेला ) में महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई । ऋषिपतन ( सारनाथ ) में उन्होंने अपना प्रथम उपदेश दिया जिसे ‘ धर्मचक्रप्रवर्तन ‘ की संज्ञा दी गई ।
Results
#1. विशाखदत्त द्वारा लिखित ‘ मुद्राराक्षस ‘ कौन – सी भाषा में लिखी गई ?
#2. बौद्धों के लिए उत्तर प्रदेश में स्थित सारनाथ क्यों महत्वपूर्ण है ?
#3. महाभारत में वर्णित कुरुक्षेत्र की लड़ाई , कितने दिन तक लड़ी गई थी ?
#4. पहले जैन तीर्थकर कौन थे ?
#5. . हड़प्पा सभ्यता के एक हिस्से , लोथल की खोज किसने की थी ?
#6. सम्राट अशोक का कौन – सा शिलालेख कलिंग पर उनकी विजय का उल्लेख करता है ?
#7. ऋग्वेद में निहित गायत्री मंत्र किस देवता को समर्पित है ?
#8. भारत में स्थित किस शहर को विश्व का सबसे पुराना शहर माना जाता है ?
#9. वैदिक संस्कृति निम्न में कौन – सा उपवेद नहीं है ?
#10. वेदों के गद्य प्रकरण क्या कहलाते हैं ?
#11. ‘ मोहनजोदड़ो ‘ शब्द का अर्थ क्या है ?
#12. बौद्ध धर्म गौतम बुद्ध ( जीवन एवं शिक्षाएं ) स्थित था ? निम्नलिखित में से कौन – सा बौद्ध पवित्र स्थल निरंजना नदी पर
#13. जैन धर्म में , तीन रत्न ( त्रिरत्न दिए जाते हैं और उन्हें निर्वाण का मार्ग कहा जाता है । वे क्या हैं ?
#14. . किस स्मारक से , गौतम बुद्ध ने दुनिया के लिए बौद्ध धर्म के अपने दिव्य ज्ञान का प्रचार किया था ?
#15. 12. नागार्जुन कौन थे ?
#16. शतपथ ब्राह्मण और तैत्तिरीय ब्राह्मण के ब्राह्मण मूलपाठ है ।
#17. ज्ञान प्राप्त करने के बाद , गौतम को किस रूप में जाना जाने लगा ?
#18. हड़प्पाकाल का इनमें से कौन – सा नगर तीन भागों में विभाजित था ?
#19. सिंधु घाटी सभ्यता के बारे में इनमें से कौन – सा कथन सत्य है
#20. मेगस्थनीज , जिन्होंने भारत के बारे में प्रसिद्ध ग्रंथ इंडिका लिखी है , वह मूल रूप से किस देश के थे ?
#21. वैदिक देवता इंद्र किसके देवता हैं ?
#22. पाली में बौद्ध ग्रंथों को आमतौर पर त्रिपिटक यानी ‘ श्रीफोल्ड बॉस्केट कहा जाता है । इनमें से कौन – सा त्रिपिटकों में से नहीं ?
#23. रामायण में माण्डवी किसकी पत्नी थी ?
#24. ‘ महाजनी प्रथा ‘ का सर्वप्रथम उल्लेख निम्नलिखित में से किस प्राचीन ग्रंथ में हुआ है ?
#25. ‘ पंचगव्य ‘ में निम्नलिखित में से क्या सम्मिलित नहीं किया जाता
#26. राजा बिबिसार के दरबार में उस प्रसिद्ध चिकित्सक का क्या नाम है , जो भगवान बुद्ध के निजी चिकित्सक थे ?
#27. प्राचीनतम वेद कौन – सा है ?
#28. मनुष्य जीवन का सर्वोत्तम ध्येय है ‘ कैवल्य ‘ जिसका अर्थ
#29. सिंधु सभ्यता में घोड़े की अस्थियों के अवशेष कहां मिले ?
#30. बुद्ध को परिनिर्वाण कहां प्राप्त हुआ था ?
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